Read Anywhere and on Any Device!

Special Offer | $0.00

Join Today And Start a 30-Day Free Trial and Get Exclusive Member Benefits to Access Millions Books for Free!

Read Anywhere and on Any Device!

  • Download on iOS
  • Download on Android
  • Download on iOS

नज़ीर अकबराबादी

Unknown Author
4.9/5 (19530 ratings)
Description:नज़ीर अकबराबादी 1735-1830 अठारहवीं सदी के उर्दू शायर थे जो अपनी नज्मोंके लिए याद किये जाते हैं। उन्होंने आम लोगों की रोजमर्रा की जिन्दगी पर सरल भाषा में नज़्में लिखीं जो आज तक लोकप्रिय है। उन्होंने ग़ज़लें भी लिखीं लेकिन उनकी अधिकांश शायरी अब उपलब्ध नहीं है। इस संकलन में उनकी चुनिंदा गुजलें और नज़्में संकलित हैं।इस अत्यंत लोकप्रिय पुस्तक-माला की शुरुआत 1960 के दशक में हुईजब पहली बार नागरी लिपि में उर्दू की चुनी हुई शायरी के संकलनप्रकाशित कर राजपाल एण्ड सन्ज़ ने हिन्दी पाठकों को उर्दू शायरी का लुउठाने का अवसर प्रदान किया। इस पुस्तक-माला का संपादन उर्दू केसुप्रसिद्ध संपादक प्रकाश पंडित ने किया था। हर पुस्तक में शायर के संपूर्णलेखन में से बेहतरीन शायरी का चयन है और पाठकों की सुविधा के लिएकठिन शब्दों के अर्थ भी दिए हैं। प्रकाश पंडित ने हर शायर के जीवन औरलेखन पर-जिनमें से कुछ समकालीन शायर उनके परिचित भी थे-रोचकऔर चुटीली भूमिकाएं लिखी हैं।आज तक इस पुस्तक-माला के अनगिनत संस्करण छप चुके हैं। अब इसे एकनई साज-सज्जा में प्रस्तुत किया जा रहा है जिसमें उर्दू शायरी के जानकारसुरेश सलिल ने अतिरिक्त सामग्री जोड़ी है।We have made it easy for you to find a PDF Ebooks without any digging. And by having access to our ebooks online or by storing it on your computer, you have convenient answers with नज़ीर अकबराबादी. To get started finding नज़ीर अकबराबादी, you are right to find our website which has a comprehensive collection of manuals listed.
Our library is the biggest of these that have literally hundreds of thousands of different products represented.
Pages
128
Format
PDF, EPUB & Kindle Edition
Publisher
Rajpal And Sons
Release
2018
ISBN
9386534223

नज़ीर अकबराबादी

Unknown Author
4.4/5 (1290744 ratings)
Description: नज़ीर अकबराबादी 1735-1830 अठारहवीं सदी के उर्दू शायर थे जो अपनी नज्मोंके लिए याद किये जाते हैं। उन्होंने आम लोगों की रोजमर्रा की जिन्दगी पर सरल भाषा में नज़्में लिखीं जो आज तक लोकप्रिय है। उन्होंने ग़ज़लें भी लिखीं लेकिन उनकी अधिकांश शायरी अब उपलब्ध नहीं है। इस संकलन में उनकी चुनिंदा गुजलें और नज़्में संकलित हैं।इस अत्यंत लोकप्रिय पुस्तक-माला की शुरुआत 1960 के दशक में हुईजब पहली बार नागरी लिपि में उर्दू की चुनी हुई शायरी के संकलनप्रकाशित कर राजपाल एण्ड सन्ज़ ने हिन्दी पाठकों को उर्दू शायरी का लुउठाने का अवसर प्रदान किया। इस पुस्तक-माला का संपादन उर्दू केसुप्रसिद्ध संपादक प्रकाश पंडित ने किया था। हर पुस्तक में शायर के संपूर्णलेखन में से बेहतरीन शायरी का चयन है और पाठकों की सुविधा के लिएकठिन शब्दों के अर्थ भी दिए हैं। प्रकाश पंडित ने हर शायर के जीवन औरलेखन पर-जिनमें से कुछ समकालीन शायर उनके परिचित भी थे-रोचकऔर चुटीली भूमिकाएं लिखी हैं।आज तक इस पुस्तक-माला के अनगिनत संस्करण छप चुके हैं। अब इसे एकनई साज-सज्जा में प्रस्तुत किया जा रहा है जिसमें उर्दू शायरी के जानकारसुरेश सलिल ने अतिरिक्त सामग्री जोड़ी है।We have made it easy for you to find a PDF Ebooks without any digging. And by having access to our ebooks online or by storing it on your computer, you have convenient answers with नज़ीर अकबराबादी. To get started finding नज़ीर अकबराबादी, you are right to find our website which has a comprehensive collection of manuals listed.
Our library is the biggest of these that have literally hundreds of thousands of different products represented.
Pages
128
Format
PDF, EPUB & Kindle Edition
Publisher
Rajpal And Sons
Release
2018
ISBN
9386534223
loader