Description:(पुस्तक flipkart पर उपलब्ध है। कृपया सर्च करें- "Dhananjaya by Pratap" )पुरस्कृत लेखक प्रताप नारायण सिंह द्वारा लिखा गया एक उपन्यास, जिसमें वेद व्यास के महाभारत के अनुसार अर्जुन के अद्वितीय शौर्य और पराक्रम, रोचक प्रेम-प्रसंगों तथा जीवन के कई अनछुए पहलुओं को दर्शाया गया है। साथ ही, अर्जुन से जुड़े विवादों और भ्रांतियों के पीछे की के सत्य को भी उद्घाटित किया गया है।उपन्यास अत्यंत नवीन और रोचक घटनाक्रमों से भरा हुआ है। अर्जुन का उलूपी और चित्रंगदा के साथ प्रेम-प्रसंग, महादेव से युद्ध और उनका पाशुपत देने के साथ ही अजेय होने का वरदान देना, अर्जुन का अमरावती जाना और उर्वशी का उनके प्रेम में पड़ना, उनको चित्रसेन के द्वारा नृत्य और संगीत की शिक्षा देना, उनके द्वारा समस्त देवों से दिव्यास्त्रों की शिक्षा ग्रहण करना, दानवों का संहार करना इत्यादि बहुत ही रोचक प्रसंग हैं, जिन्हें पहले नहीं चित्रित किया गया है। इसलिए यह पौराणिक पृष्ठभूमि पर होते हुए भी एकदम नवीन और अछूती घटनाओं से भरा उपन्यास है।इस उपन्यास के कथानक को लेखक ने अलौकिकता और अतिशयोक्ति से मुक्त कराते हुए तार्किक ढंग से घटनाओं के वैज्ञानिक और सामाजिक विश्लेषण प्रस्तुत करते हुए, लौकिक धरातल पर बुना है। जिससे उपन्यास के पात्र पाठकों को बहुत निकट महसूस होते हैं।We have made it easy for you to find a PDF Ebooks without any digging. And by having access to our ebooks online or by storing it on your computer, you have convenient answers with Dhananjaya(English). To get started finding Dhananjaya(English), you are right to find our website which has a comprehensive collection of manuals listed. Our library is the biggest of these that have literally hundreds of thousands of different products represented.
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